नार - सोनखर
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प्रिय बेटियो-
निज जीवन को श्रेष्ठ बनाने,
तुमको ज्ञान बढ़ाना है,
अब हम पिछड़े नहीं रहेंगे,
यह संकल्प जगाना है।
इतिहास पढ़ो अपने महापुरुषों,
और महान नारियों का
उनसे प्रबल प्रेरणा लेकर, .
खोया गौरव पाना है।।
झिझक और संकोच छोड़कर ,
बढ़ो मंच पर जाओ,
भाषण ,कविता,गीत आदि से,
प्रतिभा को विकसाओ।
वर्तमान में सब क्षेत्रों में,
नारी आगे आयी है,
रुचि का क्षेत्र चुनो तुम भी,
अपना परचम फहराओ।।
श्रेष्ठ गुणों और संस्कारों से,
घर परिवार सजायें,
विद्या ,कला,ज्ञान से अपने,
जन जीवन महकायें। विश्वगुरु अब पुनः बनें हम
पायें अपना गौरव विरासत
धन्यवाद जी 🙏🙏💐
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