*गोंडवाना लैंड की उत्पत्ति कैसे हुई ?*
*आदिवासियों (गोंडवाना भू-भाग के निवासियों) की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि*
मेरा भारतीय इतिहास से तात्पर्य नहीं है. भारतीय इतिहास में तो आदिवासी (गोंडी) गण गाथाओं का कसायल गंध भी नहीं मिलता. मुझे तो उस भू-भाग में पल्लवित, पुष्पित आदिम समाज की खुशबू आ रही है, जो अनंतकाल पूर्व इस श्रृष्टि की अगाध जलदाह में अंकुरित सम्पूर्ण भू-मंडल का आधे से ज्यादा हिस्सा *"गोंडवाना लैंड"* कहलाया और इसके प्रथम अधिपति *गोंडवानावासी (गोंड)* आदिवासी कहलाए.
*गोंडवाना लैंड की उत्पत्ति एवं विकास*
आधुनिक युग में कपोल कल्पित बातों, काल्पनिक आस्था एवं तथ्यों का कोई स्थान नहीं है. इस युग के लोग *शोधपरख* ज्ञान और *अनुसंधान* पर विश्वास रखते हैं. विश्व स्तर पर वैज्ञानिकों द्वारा *ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं पुरातात्विक* स्त्रोतों पर किए गए गहन शोध एवं अनुसंधानों ने यह सिद्ध कर दिया है कि धरती *(पृथ्वी)* की उम्र ३५ करोड़ वर्ष है. अर्थात धरती की उत्पत्ति लगभग ३५ करोड़ वर्ष पूर्व हुई *(यह केवल आदिम साहित्य में उल्लिखित तथ्य है)*. धरती का स्वरुप प्रारंभ में वायु की गतिशील, द्रवित, तप्त अंगार का गोला था. *कालान्तर* में यह तप्त अंगार का गोला ठंडा होकर धूल, मिट्टी, पत्थर, चट्टान मिश्रित भू-भाग में परिवर्तित हो गया. यह भू-भाग सम्पूर्ण सृष्टि का एक चौथाई हिस्सा निर्मित हुआ और शेष तीन चौथाई जलमग्न रहा. इस प्रारंभिक भू-भाग को वैज्ञानिकों दारा *"पेंजिया"* कहा गया. कालान्तर में २० करोड़ वर्ष पूर्व *पेंजिया* शनैः शनैः दो भागों में विखंडित हुआ. इस *पेंजिया* के विखंडित भू-खण्डों में से उत्तरी भू-खण्ड को *"लौरेशिया"* (अण्डोद्वीप) एवं दक्षिणी भू-खण्ड को *"गोंडवाना लैण्ड"* (गण्डोद्वीप) कहा गया.
लाखों वर्षों के कालान्तर में भू-गार्भिक बदलाव के कारण गोंडवाना लैण्ड (गण्डोद्वीप) शनैः शनैः पुनः पांच भू-खण्डों में विभक्त हो गया, जिससे गोंडवाना का *पंचमहाद्वीपीय- अफ्रिका, दक्षिण अमेरिका, कोयामूर, आस्ट्रेलिया एवं अंटार्कटिका बने. पुरातात्विक, भौगोलिक एवं मानवशास्त्रीय* अनुसंधानों ने यह भी सिद्ध किया कि जीव जगत की प्रथम जीव की उत्पत्ति इस श्रृष्टि में व्याप्त सत्व तत्व मिट्टी, हवा, ऊर्जा एवं पोकरण (दलदल) से हुई. *गोंडवाना लैण्ड* में प्रथम मातृ एवं पितृ शक्तियों से विस्तारित *मूल मानव वंश ही आज का गोंड आदिवासी मूलनिवासी समाज है.*
📝आपका अपना
सुबु रावेन गोंड
*🎉सेवा 🎉सेवा🙏 सेवा जोहार*
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