🖊️समाज मेऺ शिक्षा के लिए अभियान🖊️
*स्तरीय शिक्षा लोग देना नहीं चाहते और हम जंगल-गांवों, शहर के निचले स्तर से बाहर निकल कर लेना नहीं चाहते क्योंकि हमारे अधिकांश लोगों के पास आधुनिक शिक्षा के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है।*
-सरकार और अन्य लोगों को डर है कि आदिवासी स्तरीय व उच्च शिक्षा हासिल कर लेगा तो अपनी जमीन मांगेगा। जमीन पर ही जल और जंगल है। आदिवासियों की जमीन हथियाली जाए तो फिर कुछ बचेगा ही नहीं।
देश 'रूस' जल और जंगल या शहर ऊंचे ऊंचे भवन के लिए नहीं बल्की युक्रेन की जमीन को हथियाना/कब्जाना चाहता है। जमीन पर कब्जा कर जल-जगंल सब हथिया लेगा। युक्रेन युद्ध लड़ रहा है तो वह मात्र आधुनिक हथियार व शिक्षा के कारण ही रूस से छोटा देश होते हुए भी महिनों से लड़ रहा है।
हम अपने ही देश में रह कर ऐसी लड़ाई नहीं लड़ सकते है। पर हमें धिरे -धिरे अच्छी शिक्षा और आधुनिक आर्थिक विकास से दूर कर हमारी जमीनें हथिया कर हमें नेस्तनाबुत किया जा रहा है। माना की जंगल आदिवासियों का प्राकृतिक पालन करता है परन्तु यह भी सत्य है कि पृथ्वी पर रह रहे हर जीव का भी पालन करती है।
आदिवासी भारत का मालिक पर कब्जा अन्यों का है।
आदिवासियों हर प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, भाषिक, आध्यात्मिक, जातीय शोषण, अत्याचार और भेदभाव से पिड़ीत है और अपनी देह बचाने से लेकर जल, जमीन, जंगल, जीवन, जड़ें, जुबान, जमीर, जर, जोरु , बहन और बेटी को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है।
अन्याय , अत्याचार और अपनी अस्मिता बचाने आर्थिक ताकत मजबूत करे। पैसा जीवन की 90% समस्याओं को समाप्त कर देता है।
🚶🏻♂️💰जब जेब में रूपये हो तो, दुनिया आपको औकात देखती हैं,
🎭 और जब जेब में रूपये न हो तो, दुनिया अपनी औकात दिखाती हैं…
🙏जय सेवा
रविन्द्र परते
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